top of page
Our Founder & Chairman, Mr. Tanmay Shukla shared his message on completing 6 successful years of our organization...
Tanmay Shukla with Crime Reporter (Samna
Mr. Tanmay with Crime Reporter Mr. Brijesh Pathak (Samna, Mumbai) at Varanasi, UP

"नमस्कार दोस्तों,

आशा करता हूं आप सभी लोग अच्छे हैं और सकारात्मक ऊर्जा के साथ जीवन में प्रतिदिन एक सुनहरे भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं।

सबसे पहले मैं आप सभी को हृदय से धन्यवाद देना चाहता हूं कि आप लोग सदैव बिना किसी अपने लाभ के निरंतर कठिन परिश्रम करते हुए हमारी संस्था द मैजिक फाउंडेशन से जनहित में कार्य करते हुए जुड़े रहे।

मैं उन सभी भाईबंधुओं, माताओं व बहनों का भी अभिवादन करता हूं जिन्होंने जीवन में सदैव मुझे आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।

मेरा मानना है एक समाज सेवी संस्था से जुड़कर लोगों के हित में निस्वार्थ भाव से कार्य करते कार्य करते हुए आगे बढ़ने में सबसे बड़ा योगदान संस्था से जुड़े सदस्यों, वॉलिंटियर्स व उनके परिजनों का होता है। परिजन इसलिए क्योंकि उन्हीं से हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है और कुछ विशेष लोगों की तरह वह हमें आगे बढ़ने से रोकने का प्रयत्न नहीं करते।

29 दिसंबर  2014 को हमारी संस्था द मैजिक फाउंडेशन की शुरुआत महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के नायक अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की जन्मस्थली उन्नाव में मात्र 4 युवा सदस्य व 3 वरिष्ठ संरक्षको के साथ हुई थी।  

संस्था की शुरुआत के साथ ही हमने इन पांच वर्षों में समाज में विभिन्न विषयों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से लगभग 200 से अधिक छोटे व बड़े कार्यक्रम आयोजित किए। इनमें परिवहन विभाग के साथ जुड़कर सड़क सुरक्षा सप्ताह, रन फॉर रोड सेफ्टी मैराथन, सेल्फी विद ट्री, कारगिल विजय दिवस समारोह, सिटी बजाओ गुंडे भगाओ, आपातकालीन वाहनों को रास्ता देने के लिए अभियान, स्वच्छ नारी स्वस्थ नारी, जरा याद करो कुर्बानी, विभिन्न मुद्दों पर चित्रकला प्रतियोगिताएं, नशा मुक्त भारत, महिला जागरूकता अभियान, रक्तदान शिविर आदि प्रमुख रूप से आम जनमानस द्वारा सराहे गए। 

इन कार्यक्रमों के उद्देश्य को समझते हुए हमारे परिवार में कई नए लोग जुड़े और संस्था के सदस्यों की संख्या कई गुना वर्ष दर वर्ष बढ़ती चली गई। 

अगले कुछ दिनों में हमारी संस्था के 6 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं मैं यह तो नहीं कह सकता की यह 6 वर्ष पूर्ण रूप से सफल रहे हैं पर मैं इन 6 वर्षों को असफल भी नहीं कहूंगा। इन 6 वर्षों में हमारे परिवार को कई सदस्यों की क्षति भी हुई लेकिन कई नए सदस्यों का साथ भी मिला। एक अच्छे उद्देश्य के साथ आगे बढ़ने में हर किसी को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, हमें भी करना पड़ा लेकिन मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि हम रुके नहीं।

मैं उन सभी छोटे वालंटियर का शुक्रगुजार हूं जो 18 वर्ष के ना हो पाने की वजह से संस्था के सक्रिय सदस्य नहीं बन पाए लेकिन संस्था के संगठन व उद्देश्यों के प्रचार-प्रसार में विशेष रूप से भागीदारी की।

मैं उन सभी सम्मानित सदस्यों का ऋणी हूं जिन्होंने अपने जेब खर्चों में कटौती करते हुए संस्था की आर्थिक रूप से मदद की। मैं उन सदस्यों का भी हृदय से आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने संस्था के संगठन और कार्यक्रमों में निस्वार्थ भाव से योगदान दिया।

किसी भी संस्था के लिए उसका सबसे बड़ा धन उसकी छवि होती है। मुझे गर्व है कि हमारी अपनी द मैजिक फाउंडेशन संस्था आम जनमानस के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों के बीच भी अपनी बेदाग छवि, रचनात्मकता व लीक से हटकर चलाए जा रहे अभियानों के लिए जानी जाती है।

मैं संस्था के उन सभी पूर्व पदाधिकारियों व सदस्यों को धन्यवाद व्यक्त करता हूं, जिन्होंने संस्था के आगे बढ़ने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। संस्था के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को जनहित में कार्य करते रहने के लिए मैं शुभकामनाएं देता हूं।

मैंने इस संस्था को कभी भी अपने परिवार से कम नहीं समझा आशा करता हूं आप भी परिवार की तरह ही संस्था के उद्देश्यों को पूर्ण करने में आपसी मतभेद भुलाकर संस्था के अभियानों को आम जनमानस तक पहुंचाएंगे। 

 

कुछ कमियां जिनका स्व आकलन मैंने इन 6 वर्षों में किया है आपको विश्वास दिलाता हूं कि आगे चलकर मैं उन कमियों को दूर करने का पूर्ण रूप से प्रयत्न करूंगा।

 

आशा करता हूं कि भूलवश की गई त्रुटियों के लिए क्षमा करते हुए आप मुझपर अपना आशीर्वाद  व अपनी संस्था में सहयोग बनाए रखेंगे।"


- तन्मय शुक्ला

bottom of page